UP Board की 10वीं कक्षा की हिंदी परीक्षा में अक्सर कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न पूछे जाते हैं। ये प्रश्न पाठ्यक्रम में शामिल कहानियों, कविताओं, व्याकरण और निबंध लेखन से संबंधित होते हैं। नीचे कुछ ऐसे प्रश्न दिए गए हैं जो अक्सर परीक्षा में पूछे जाते हैं और उनके उत्तर बड़े पैराग्राफ में दिए गए हैं:

कबीर के दोहे का भावार्थ लिखिए।
कबीर के दोहे सरल भाषा में गहन जीवन दर्शन प्रस्तुत करते हैं। उनके दोहों में सामाजिक कुरीतियों, धार्मिक आडंबरों और मानवीय मूल्यों पर प्रकाश डाला गया है। उदाहरण के लिए, कबीर का एक प्रसिद्ध दोहा है:
“बड़ा हुआ तो क्या हुआ, जैसे पेड़ खजूर। पंथी को छाया नहीं, फल लागे अति दूर।”
इस दोहे का भावार्थ यह है कि बड़ा होने का अर्थ केवल शारीरिक रूप से विशाल होना नहीं है, बल्कि उपयोगी होना है। जिस प्रकार खजूर का पेड़ बड़ा तो होता है, लेकिन उसकी छाया और फल दोनों ही लोगों के लिए उपयोगी नहीं होते, उसी प्रकार मनुष्य को भी समाज के लिए उपयोगी बनना चाहिए। कबीर इस दोहे के माध्यम से यह संदेश देते हैं कि व्यक्ति को अपने जीवन में ऐसे गुण विकसित करने चाहिए जो दूसरों के लिए लाभकारी हों।
प्रेमचंद की कहानी ‘बड़े भाई साहब’ का सारांश लिखिए।
प्रेमचंद की कहानी ‘बड़े भाई साहब’ एक शिक्षाप्रद कहानी है जो भाई-भाई के संबंधों और शिक्षा के महत्व को दर्शाती है। इस कहानी में दो भाई हैं, जिनमें से बड़ा भाई गंभीर और अनुशासित है, जबकि छोटा भाई मस्तमौला और आलसी है। बड़ा भाई हमेशा छोटे भाई को पढ़ाई के लिए डांटता है और उसे समझाता है कि जीवन में सफलता के लिए मेहनत करना जरूरी है। हालांकि, छोटा भाई उसकी बातों को गंभीरता से नहीं लेता और खेलकूद में समय बिताता है। अंत में, छोटा भाई परीक्षा में अच्छे अंक लाता है, जबकि बड़ा भाई फेल हो जाता है। इससे बड़े भाई को एहसास होता है कि उसने अपना समय केवल दूसरों को सिखाने में बर्बाद किया है। यह कहानी हमें सिखाती है कि जीवन में संतुलन बनाए रखना चाहिए और दूसरों को सिखाने के साथ-साथ खुद पर भी ध्यान देना चाहिए।
तुलसीदास के पद का भावार्थ लिखिए।
तुलसीदास के पद भक्ति भावना से परिपूर्ण होते हैं। उनके एक प्रसिद्ध पद में भगवान राम की महिमा का वर्णन किया गया है:
“रघुपति राघव राजा राम, पतित पावन सीता राम।”
इस पद का भावार्थ यह है कि भगवान राम सभी के स्वामी हैं और वे पतितों का उद्धार करने वाले हैं। सीता माता के साथ राम का नाम लेने से मनुष्य के सभी पाप धुल जाते हैं और उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है। तुलसीदास इस पद के माध्यम से यह संदेश देते हैं कि राम नाम का जप करने से मनुष्य को जीवन में सुख और शांति मिलती है। यह पद भक्ति और आस्था का प्रतीक है।
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निबंध: समय का महत्व
समय मनुष्य के जीवन का सबसे कीमती धन है। यह एक बार बीत जाने के बाद कभी वापस नहीं आता। इसलिए, समय का सदुपयोग करना हर व्यक्ति के लिए आवश्यक है। जो लोग समय की कीमत समझते हैं और उसका सही तरीके से उपयोग करते हैं, वे ही जीवन में सफलता प्राप्त करते हैं। समय का महत्व हर क्षेत्र में होता है, चाहे वह शिक्षा हो, व्यवसाय हो या व्यक्तिगत जीवन। विद्यार्थियों के लिए तो समय का सही उपयोग करना और भी जरूरी है क्योंकि उनका भविष्य इसी पर निर्भर करता है। समय बर्बाद करने वाले लोग जीवन में पछताते हैं, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी होती है। इसलिए, हमें हमेशा समय का सम्मान करना चाहिए और उसे व्यर्थ नहीं गंवाना चाहिए।
व्याकरण: विलोम शब्द और पर्यायवाची शब्द लिखिए।
विलोम शब्द वे शब्द होते हैं जो एक-दूसरे के विपरीत अर्थ रखते हैं। उदाहरण के लिए:
- दिन का विलोम रात
- सुख का विलोम दुख
- जय का विलोम पराजय
पर्यायवाची शब्द वे शब्द होते हैं जिनके अर्थ समान होते हैं। उदाहरण के लिए:
- सूरज के पर्यायवाची: सूर्य, दिनकर, रवि
- पानी के पर्यायवाची: जल, नीर, सलिल
- आग के पर्यायवाची: अग्नि, पावक, अनल
व्याकरण के ये प्रश्न परीक्षा में अक्सर पूछे जाते हैं और इन्हें याद करना बहुत जरूरी है।
पत्र लेखन: अपने मित्र को जन्मदिन की बधाई देते हुए पत्र लिखिए।
सेवा में,
प्रिय मित्र,
तुम्हारा जन्मदिन आने वाला है, इस अवसर पर मैं तुम्हें हार्दिक बधाई देता हूं। मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि तुम्हारा यह जन्मदिन खुशियों और उत्साह से भरा हो। तुम्हारे जीवन में सफलता, स्वास्थ्य और खुशियां बनी रहें। मैं तुम्हारे साथ इस खास दिन को मनाने के लिए उत्सुक हूं। तुम्हारा जन्मदिन हम सबके लिए एक उत्सव की तरह होता है। मैं तुम्हारे उज्ज्वल भविष्य की कामना करता हूं।
तुम्हारा मित्र,
[तुम्हारा नाम]
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