Up Board: यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षाएं 24 फरवरी से शुरू हो रही हैं, और इस बार परीक्षा को पूरी तरह नकलविहीन बनाने के लिए शिक्षा विभाग ने कमर कस ली है। जिलों में हाईटेक निगरानी व्यवस्था लागू की जा रही है, जिसमें कई टीमें और सचल दस्ते सक्रिय रहेंगे। इसके लिए एक आधुनिक कंट्रोल रूम भी बनाया जा रहा है, जो 24 घंटे निगरानी करेगा।

61 परीक्षा केंद्रों पर सख्त निगरानी: –
जिला विद्यालय निरीक्षक (डीआईओएस) डॉ. धर्मवीर सिंह ने जानकारी दी कि नोएडा में 61 परीक्षा केंद्र चयनित किए गए हैं। इस बार दोनों कक्षाओं में जिले से कुल 41,620 छात्र-छात्राएं परीक्षा में सम्मिलित हो रहे हैं। परीक्षा 24 फरवरी से 12 मार्च तक आयोजित की जाएगी। परीक्षा केंद्रों पर सख्त निगरानी के लिए जोनल, सेक्टर और स्टेटिक मजिस्ट्रेट की तैनाती की जाएगी। साथ ही, तीन से चार सचल दस्तों की व्यवस्था भी की जा रही है।
24 घंटे हाईटेक कंट्रोल रूम की व्यवस्था: -Up Board
Up Board परीक्षा केंद्रों पर होने वाली हर गतिविधि पर नजर रखने के लिए जिला माध्यमिक शिक्षा विभाग के कार्यालय में एक हाईटेक कंट्रोल रूम बनाया जा रहा है। यह कंट्रोल रूम 24 घंटे काम करेगा और इसमें दो टीमें सुबह और रात की शिफ्ट में निगरानी करेंगी। परीक्षा के समय केंद्रों पर सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए यह कंट्रोल रूम हर गतिविधि पर पैनी नजर रखेगा।
सचल दस्तों की अहम भूमिका: –
Up Board परीक्षा के दौरान सचल दस्ते विशेष रूप से सक्रिय रहेंगे। यह दस्ते परीक्षा केंद्रों पर जाकर व्यवस्था की जांच करेंगे और नकल जैसी किसी भी अनियमितता को रोकने का काम करेंगे। परीक्षा केंद्रों पर छात्र-छात्राओं और शिक्षकों की गतिविधियों पर पूरी निगरानी रखी जाएगी।
जोनल और सेक्टर मजिस्ट्रेट की तैनाती: –
Up Board परीक्षा में किसी प्रकार की गड़बड़ी न हो, इसके लिए जोनल और सेक्टर मजिस्ट्रेट तैनात किए जाएंगे। हर परीक्षा केंद्र पर 61 स्टेटिक मजिस्ट्रेट की भी व्यवस्था की जा रही है। ये अधिकारी परीक्षा केंद्र पर पहुंचकर सुनिश्चित करेंगे कि सभी व्यवस्थाएं सही ढंग से संचालित हो रही हैं।
परीक्षा केंद्रों पर CCTV कैमरों की निगरानी: –
Up Board परीक्षा केंद्रों पर लगे सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से भी परीक्षा की गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी। यह कैमरे कंट्रोल रूम से सीधे जुड़े होंगे, जिससे किसी भी अनियमितता की जानकारी तुरंत संबंधित अधिकारियों तक पहुंच सकेगी।
नकलविहीन परीक्षा का प्रयास: –
माध्यमिक शिक्षा परिषद ने इस बार परीक्षा को नकलविहीन बनाने के लिए सख्त दिशा-निर्देश जारी किए हैं। परीक्षा केंद्रों पर मोबाइल फोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के प्रयोग पर पूरी तरह से प्रतिबंध रहेगा। छात्रों और परीक्षा केंद्र कर्मचारियों को परीक्षा हॉल में किसी भी अनावश्यक वस्तु को लाने की अनुमति नहीं होगी।
छात्रों के लिए विशेष निर्देश: –
छात्रों को परीक्षा केंद्र पर समय से पहले पहुंचने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही, उन्हें अपने एडमिट कार्ड और अन्य आवश्यक दस्तावेज साथ लाने होंगे। परीक्षा से संबंधित किसी भी जानकारी के लिए छात्रों को यूपी बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर नजर बनाए रखने की सलाह दी गई है।
परीक्षा तैयारी पर जोर: –
डीआईओएस ने बताया कि परीक्षा केंद्रों पर हर प्रकार की सुविधाओं का ध्यान रखा जाएगा। पानी, शौचालय, और बैठने की उचित व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। परीक्षा के समय कोई परेशानी न हो, इसके लिए शिक्षकों और कर्मचारियों को विशेष रूप से प्रशिक्षित किया जा रहा है।
नकल रोकने की मजबूत रणनीति: –
परीक्षा के दौरान नकल रोकने के लिए एक विस्तृत रणनीति तैयार की गई है। जोनल और सेक्टर मजिस्ट्रेट हर परीक्षा केंद्र पर नियमित रूप से निरीक्षण करेंगे। इसके अलावा, सचल दस्ते किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई करेंगे।
छात्रों की सुरक्षा प्राथमिकता:–
परीक्षा केंद्रों पर छात्रों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जा रही है। इसके लिए पुलिस और प्रशासन का सहयोग लिया जा रहा है। परीक्षा केंद्रों पर सुरक्षा कर्मियों की तैनाती सुनिश्चित की गई है, जिससे परीक्षा शांतिपूर्ण और सुरक्षित तरीके से संपन्न हो सके।
आधिकारिक वेबसाइट पर जानकारी उपलब्ध: –
छात्रों और अभिभावकों को सलाह दी जाती है कि वे परीक्षा से संबंधित सभी अपडेट के लिए यूपी बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर नजर बनाए रखें। किसी भी प्रकार की गलत सूचना या अफवाह से बचने के लिए केवल आधिकारिक स्रोतों पर भरोसा करें।
उम्मीदों का संगम: –
इस बार यूपी बोर्ड ने परीक्षा को नकलविहीन और पारदर्शी बनाने के लिए जो कदम उठाए हैं, उससे छात्रों और अभिभावकों के मन में परीक्षा को लेकर एक नई उम्मीद जगी है। यह नई व्यवस्था न केवल छात्रों के भविष्य को सुरक्षित करेगी, बल्कि शिक्षा के स्तर को भी और ऊंचा उठाएगी।
यूपी बोर्ड परीक्षा 2025 को सफल और नकलविहीन बनाने के लिए शिक्षा विभाग ने जो तैयारी की है, वह वास्तव में काबिल-ए-तारीफ है। आधुनिक तकनीक और हाईटेक निगरानी के साथ, यह परीक्षा छात्रों के लिए एक सकारात्मक अनुभव साबित होगी। नकलविहीन परीक्षा न केवल शिक्षा के स्तर को सुधारने में मदद करेगी, बल्कि भविष्य में एक आदर्श प्रणाली के रूप में उभरेगी। छात्र अपनी पूरी मेहनत और लगन से परीक्षा दें और यूपी बोर्ड की इस नई व्यवस्था का लाभ उठाएं।
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