UP Board Practical Exam : यूपी बोर्ड की प्रायोगिक परीक्षाओं का संशोधित शेड्यूल जारी हो चुका है। इस बार, परीक्षाओं को दो चरणों में विभाजित किया गया है ताकि छात्रों को अधिक सुविधा और समय मिल सके। पहले चरण की परीक्षाएं 1 फरवरी से 8 फरवरी तक आयोजित की जाएंगी। इसमें अलीगढ़, मेरठ, मुरादाबाद, कानपुर, प्रयागराज, मिर्जापुर, वाराणसी और गोरखपुर मंडल शामिल होंगे। वहीं, दूसरे चरण की परीक्षाएं 9 फरवरी से 16 फरवरी तक आयोजित की जाएंगी, जिनमें आगरा, सहारनपुर, बरेली, लखनऊ, झांसी, चित्रकूट, अयोध्या, आजमगढ़, देवीपाटन और बस्ती मंडलों के छात्र भाग लेंगे। इस बदलाव का मुख्य उद्देश्य छात्रों को अधिक सहूलियत प्रदान करना है, विशेष रूप से उन छात्रों के लिए जो जेईई मेन्स परीक्षा में भी शामिल हो रहे हैं।

सचिव भगवती सिंह ने क्या कहा
बोर्ड सचिव भगवती सिंह ने स्पष्ट किया है कि यह परिवर्तन छात्रों की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए किया गया है। जेईई मेन्स जैसी महत्वपूर्ण परीक्षा के चलते, कई छात्रों को टाइम टेबल के टकराव का सामना करना पड़ रहा था। अब नए शेड्यूल के तहत, छात्रों को अपनी प्रायोगिक परीक्षाओं और जेईई मेन्स परीक्षा के बीच संतुलन बनाने में सहायता मिलेगी। इंटरमीडिएट विज्ञान वर्ग में, रसायन विज्ञान और भौतिक विज्ञान जैसे विषयों में सबसे अधिक छात्र पंजीकृत हैं। इस बार रसायन विज्ञान में 16,50,937 और भौतिक विज्ञान में 16,50,482 परीक्षार्थी शामिल होंगे। जीव विज्ञान में भी 12,49,485 छात्र प्रायोगिक परीक्षा देंगे। इन आंकड़ों से यह स्पष्ट होता है कि प्रायोगिक परीक्षाओं का संचालन बड़ी चुनौती है, जिसे यूपी बोर्ड ने पारदर्शी और सुव्यवस्थित बनाने के लिए नई व्यवस्थाओं को लागू किया है।
पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए इस बार बोर्ड ने कुछ अनूठी व्यवस्थाएं की हैं। प्रायोगिक परीक्षाओं में धांधली को रोकने और छात्रों के अंकों की वास्तविकता सुनिश्चित करने के लिए बोर्ड का विशेष मोबाइल एप लाया गया है। यह एप केवल परीक्षा केंद्र के 200 मीटर के दायरे में काम करेगा। परीक्षकों को निर्देश दिया गया है कि वे छात्रों के अंकों को तुरंत परीक्षा केंद्र पर ही अपलोड करें। इसके अलावा, परीक्षकों को छात्रों के साथ सेल्फी लेकर उसे एप पर अपलोड करना अनिवार्य होगा। इससे यह सुनिश्चित किया जा सकेगा कि वास्तविक छात्र ही परीक्षा में भाग ले रहे हैं। इस तकनीकी कदम के जरिए, यूपी बोर्ड ने पारदर्शिता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को मजबूत किया है।
कोनसा कारण था जो
परीक्षा की निगरानी और निष्पक्षता बनाए रखने के लिए प्रधानाचार्यों को भी विशेष जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं। उन्हें परीक्षा केंद्र की निगरानी और रिकॉर्डिंग की देखरेख करनी होगी। इसके अलावा, परीक्षा के दौरान उठने वाले किसी भी विवाद या समस्या को तुरंत हल करने के लिए एक प्रभावी तंत्र विकसित किया गया है। प्रायोगिक परीक्षाओं में हर वर्ष छात्रों और परीक्षकों के बीच समन्वय की कमी से समस्याएं होती थीं। लेकिन इस बार, नई व्यवस्थाओं के तहत यह सुनिश्चित किया गया है कि हर छात्र को समान अवसर मिले और उसकी मेहनत का सही मूल्यांकन हो।
UP Board Practical Exam
यूपी बोर्ड की इस नई व्यवस्था से छात्रों और अभिभावकों को बहुत राहत मिलेगी। प्रायोगिक परीक्षाएं छात्रों के लिए उनके विषयों की गहरी समझ को परखने का एक महत्वपूर्ण साधन हैं। इन परीक्षाओं में निष्पक्षता और पारदर्शिता को बनाए रखना बेहद जरूरी है, क्योंकि यह छात्रों के भविष्य पर सीधा प्रभाव डालता है। इस बार, बोर्ड द्वारा अपनाए गए डिजिटल उपायों से न केवल धांधली रुकेगी, बल्कि छात्रों और शिक्षकों के बीच विश्वास भी बढ़ेगा।
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इसके अतिरिक्त, बोर्ड ने यह भी सुनिश्चित किया है कि परीक्षा के दौरान किसी प्रकार की तकनीकी गड़बड़ी न हो। मोबाइल एप को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि वह केवल परीक्षा केंद्र के क्षेत्र में ही काम करे, जिससे बाहरी हस्तक्षेप और धोखाधड़ी की संभावना खत्म हो जाएगी। परीक्षा केंद्र पर मौजूद प्रधानाचार्य और अन्य स्टाफ को इस एप के इस्तेमाल के लिए विशेष प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। इससे यह सुनिश्चित होगा कि सभी प्रक्रियाएं सुचारू रूप से चलें और छात्रों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
प्रायोगिक परीक्षाओं के दौरान छात्रों को उनके अंकों की जानकारी भी तुरंत दी जाएगी। इससे छात्रों को उनके प्रदर्शन का मूल्यांकन करने में मदद मिलेगी। पहले, छात्रों को अपने अंकों के लिए लंबे समय तक इंतजार करना पड़ता था, लेकिन अब इस प्रक्रिया को त्वरित और प्रभावी बना दिया गया है। इससे छात्रों और अभिभावकों दोनों को संतोष मिलेगा।
यूपी बोर्ड ने छात्रों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए इस बार समय सारिणी में लचीलापन भी रखा है। जो छात्र किसी कारणवश अपनी प्रायोगिक परीक्षा में शामिल नहीं हो पाएंगे, उन्हें एक वैकल्पिक दिन दिया जाएगा। इससे छात्रों को बिना किसी मानसिक दबाव के अपनी परीक्षा देने का अवसर मिलेगा।
कृपया अपनी तैयारियों को समय पर पूरा करें और किसी भी जानकारी के लिए अपने स्कूल या बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर नजर बनाए रखें।